कामन्दक नीतिसार वाक्य
उच्चारण: [ kaamendek nitisaar ]
उदाहरण वाक्य
- इसी प्रकार कामन्दक नीतिसार मूल रूप से 400 ईसवी का ग्रन्थ है।
- कामन्द नीति सार में विस्तार से बताया है कि मंत्रियों को, कटुभाषण, कठोर दंण्ड, लोभ, मदिरापान, परनारी / परपुरूष संबंध, शिकार जुआ आलस्य, अकड़, अभिमान, प्रभाव और कलह प्रियता इन व्यसनों से दूर रहना चाहिए तभी वह देश का समाज का जनता का हित कर सकता है और कामन्दक नीतिसार में यह भी बतलाया गया है कि मंत्री बनाते समय, निर्भीकता, लोकप्रियता, प्रतिभा, वाकपटुता, सत्यवादिता और क्षुद्रता का अभाव जैसे गुण देख लेने चाहिये।